आप क्या बनना चाहते है - Motivational Story on Goal Achievement

Motivational Story on Goal Achievement in Hindi

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अगर तुम अपने सपने पर यकीन कर उसे खुद पूरा नहीं करोगे तो कोई और तुम्हारें लिए यह कभी नहीं करेगा. 
पढ़िए जिन की कहानी motivational story in hindi on goal achievement जिसने अपने जोश और जूनून के दम पर अपना सपना साकार कर दिखाया. सपने आपके भी सच हो सकते है, लेकिन इसके लिए जरुरी है की आपका रोम-रोम लक्ष्य को पाने के लिए बेताब हो उठे तब आपको निश्चित ही सफलता मिलेगी  यह सफलता का रहस्य है.

जीन तीसरी कक्षा में थी जब उसकी टीचर ने क्लास को एक ग्रह कार्य दिया. सबको एक रिपोर्ट तैयार करनी थी की वे बडे होकर क्या बनना चाहते है. जीन के पिता किसानों की एक छोटी बस्ती में काम करते थे. वह वहीं पली बडी थी व विमानों व उडान भरने के सपने देखा करती थी.

उसने अपने दिल की सारी बाते और सपने उस कागज पर उतार दिये वह फसल को साफ करना चाहती थी, पैराशूट पहनकर कुदना चाहती थी, बादलों की खेती करना चाहती थी और पायलट बनना चाहती थी.  उसे अपने ग्रह कार्य में "F Grade" मिला.

उसकी टीचर के अनुसार यह परीयों की कहानी थी. जीन बहुत अपमानीत हुई और उसका दिल टुट गया. जीन हाई स्कूल में पहूंची इस बार उसकी नई अंग्रजी की टीचर ने कक्षा को नया ग्रह कार्य दिया. तुम्हारे विचार से आज से दस साल के बाद तुम क्या बनोगे ?

जीन ने सोचना शुरू किया. पायलट ? ओह यह तो हो ही नहीं सकता. ऐयराहोस्टेस ? मैं इतनी खुबसुरत नहीं हूं. वेटअेस. हां यह मैं कर सकती हूं. यह काम उसे सुरक्षित लगा इसलिए उसने वहीं लिख दिया.

टीचर ने सारे कागज इकठे किये और इसके बाद इस विषय पर कोई चर्चा नहीं की. दो हफते बाद उन्होंने उन्हीं कागजों को वापस किया और कागज के दूसरे पन्ने को उलट कर सबके सामने मेज पर रख दिया.

फिर उन्होंने सबसे एक सवाल पूछा - अगर तुम्हें असिमित पैसा सबसे बडिया स्कूल में शिक्षा, असिमित प्रतिभाएं और काबिलियत मिल जाये तो तुम क्या करोगे ? जीन ने अपने अंदर पूराने उत्साह की लहर महसूस की और जोश में आकर उसने अपने सारे पूराने सपनों को लिख डाला.

जब सब बच्चों ने लिखना बंद कर दिया तब टीचर ने पूछा’- कितने बच्चों ने कागज के दोनों तरफ एक ही चीज लिखी है ? एक भी हाथ उपर नहीं उठा, उसके बाद उन्होंने जो बात कहीं उससे जीन की जिंदगी की दिशा ही बदल गई.

वे बोली- मुझे तुम लोगों को एक गुप्त बात बतानी हैं, तुम सबके पास यकीनन असीमित काबिलियत और प्रतिभा हैं तुम यकीनन सबसे बढिया स्कूल में पढ सकते हो और तुम असीमित धन की व्यवस्था भी कर सकते हो बशर्ते तुम किसी चीज को दिवानगी की हद तक चाहते हो. बस इतना ही है.

स्कूल से बाहर जाकर अगर तुम खुद अपने सपनों को पूरा नहीं करोगे तो कोई और तुम्हारे लिये यह कभी नही करेगा. अगर सचमुच कुछ चाहते हो तो उसे हासिल भी कर सकते हो. सालों की निराश से जीन के मन में जो दर्द और डर घर कर गया था वह उनके शब्दों की सच्चाई के आगे ढह गयां उसके मन में एक नया जोश जागा, क्लास के बाद जीन ने अपनी टीचर को धन्यवाद दिया और उन्हें पायलट बनने को अपना सपना भी बताया.

टीचर ने उसे आश्वासन दिया फिर ऐसा ही करो और फिर जीन ने ऐसा ही किया. दस साल की बढी मेहनत और लोगों की तरफ से तरह-तरह के विरोधों का सामना करने के बाद वह पायलट बन गई. जीन की तीसरी कक्षा की टीचर ने जिन बातों को परीकथा कहा था उसने वह सब कर दिखाया.

1978 में वह युनाईटेड एयरलांइस द्वारा स्वीकार की गई पहली तीन महिलाओं में से एक थी और देश की 50 महिला एयर पायलटों में अकेली चुनी गई थी. सचमुच जीन ने अपने सपनों को हकीकत में बदल दिया था.

Goal achievement inspirational story -यह कहानी पढ़कर क्या आपको नहीं लगता की सपने सच हो सकते है. ???



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